पटना: बिहार विधानसभा के नव निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में भाजपा के दिग्गज नेता प्रेम कुमार ने सोमवार को शपथ ली। प्रेम कुमार, जो लगातार नौ बार बिहार विधानसभा के विधायक चुने जा चुके हैं, को विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुना गया। उनके निर्वाचन के बाद बिहार विधानसभा में एक नई राजनीतिक दिशा की शुरुआत मानी जा रही है।
प्रेम कुमार का राजनीतिक करियर लंबा और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और उनके कार्यकाल में बिहार की राजनीति में कई बदलाव आए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार की छवि एक दृढ़ और निष्पक्ष नेता के रूप में रही है, जो सभी दलों के साथ समन्वय और सहयोग की भावना से काम करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद प्रेम कुमार ने कहा, “यह एक गर्व का अवसर है, और मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा कि बिहार विधानसभा के कार्यों को पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रगतिशील तरीके से संचालित किया जाए।”
प्रेम कुमार के अध्यक्ष बनने के बाद बिहार के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में नए समीकरण बनने की उम्मीद जताई जा रही है। उनकी नियुक्ति को लेकर विपक्ष ने भी उम्मीद जताई है कि वह सभी दलों के साथ समान और निष्पक्ष व्यवहार करेंगे।
इसके साथ ही भाजपा के अंदर प्रेम कुमार की स्थिति और मजबूत हो सकती है, और वे राज्य की राजनीति में एक मजबूत शक्ति बन सकते हैं।
प्रेम कुमार का राजनीतिक सफर:
प्रेम कुमार का राजनीति में प्रवेश बहुत पहले हुआ था। वे 1990 से लगातार बिहार विधानसभा के सदस्य रहे हैं। भाजपा में उनकी निष्ठा और उनके कार्यों की सराहना की जाती है, और उनका विधानसभा अध्यक्ष बनना भाजपा के लिए भी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
अब देखना यह होगा कि प्रेम कुमार बिहार विधानसभा में अपने नए पद की जिम्मेदारियों को किस तरह से निभाते हैं और क्या वे बिहार की राजनीति में नये समीकरण बना पाते हैं।

